कंप्यूटर के प्रमुख कार्य क्या हैं ? स्पष्ट कीजिये । अथवा कम्प्यूटर की क्षमताओं तथा विशेषताओं पर टिप्पणी लिखिये ।

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आज के इस युग में कम्प्यूटर के बिना अपने किसी कार्य की कल्पना तक नहीं की जा सकती है । कम्प्यूटर ऐसी आधुनिक मशीन है जिसे किसी भी कार्य को सफलता पूर्ण तरीके से कार्य बड़ी आसानी से किये जा रहे हैं , यह प्रशिक्षित लोगों द्वारा चलाया जाता है । ये ऐसी मशीन है जो कि उच्चस्तरीय गणना करने के साथ - साथ आंकड़ों का संग्रह भी करती है । यह कोई भी ऐसा कार्य नहीं संपन्न करती जिससे मानव मस्तिष्क नहीं कर सकता है । रेडियो टेलीविजन म्यूजिक सिस्टम व वी सी आर की तरह कम्प्यूटर भी इलेक्ट्रानिक मशीन ही है । परंतु उनमें और अन्य मशीनों में एक विशेष अंतर है । रेडियो , टेलीविजन आदि मशीनें अधिकतर मनोरंजन के काम में ही ली जाती हैं । जबकि कम्प्यूटर उपयोगी कार्य करने के लिये निर्मित मशीन है । कम्प्यूटर जानकारी का सागर है । जिसे कार्यों से सम्बन्धित सभी कार्यों को बड़ी सफलता से कार्य किया जा सकता है । कम्प्यूटर में ज्ञान राशि के आंकड़ों को परिमार्जित , संशोधित व्यवस्थित तथा संग्रहीत किया जाता है !

अतः कम्प्यूटर के मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं 
( 1 ) आंकड़ों का संकलन । 
( 2 ) आंकड़ों का संचलन । 
( 3 ) आंकड़ों का परिणर्जन तथा व्यवस्थितिकरण ।
 ( 4 ) आंकड़ों का पुन्निगमान

 विशेषतायें 
( i ) गति ( speed) -कंप्यूटर यूटर एक सेकेण्ड में लाखों गणनाएं कर सकता है , किसी मनुष्य द्वारा पूरे साल लाने वाले कार्य को कम्प्यूटर कुछ ही सेकैण्ड में कर सकता है । कम्प्यूटर प्रोसेसर के स्पॉड को हर्ट्स ( HZ ) में मापते हैं । वर्तमान समय में कम्प्यूटर नैनो सेकैण्ड ( 100 Sec ) में गणनाएं कर सकता है । 

( ii ) स्वचालित ( Automatic ) - कम्प्यूटर एक स्वचालित मशीन है , जिसमें गणना के दौरान मानवीय हस्तक्षेप की संभावना नगण्य रहती है , हालांकि कम्प्यूटर को कार्य करने के लिए दिशा निर्देश मनुष्य द्वारा ही दिए जाते हैं । पर एक बार आदेश दिये जाने के बाद यह बिना रुके कार्य कर सकता है |

 ( iii ) त्रुटि रहित कार्य ( Accuracy ) कम्प्यूटर की गणनाएं लगभग त्रुटिरहित होती हैं , गणना के दौरान अगर कोई त्रुटि पाई जाती है तो वह प्रोग्राम या डाटा में मानवीय गलतियों के कारण होती है । अगर डाटा और प्रोग्राम सही है तो कम्प्यूटर हमेशा सही परिणाम ही देता है , कभी - कभी वायरस के कारण भी कम्प्यूटर में त्रुटियां आ जाती हैं । 

( iv ) स्थायी भंडारण क्षमता ( Permanent storage capacity ) - कम्प्यूटर में प्रयुक्त मेमोरी को डाटा , सूचना और निर्देशों के स्थायी भंडारण के लिये प्रयोग किया जाता है चूंकि कम्प्यूटर में सूचनाएं इलेक्ट्रानिक तरीके से संग्रहीत की जाती हैं अत : सूचना के समाप्त होने की संभावना कम रहती है ।

 ( v ) विशाल भंडारण क्षमता ( Large storage capacity ) - कम्प्यूटर के बाह्य ( external ) तथा आंतरिक ( intermal ) संग्रहण माध्यमों ( हार्ड डिस्क , फ्लावी डिस्क , मैग्नेटिक टेप , सीडी रॉम ) में असीमित डाटा और सूचनाओं का संग्रहण किया जा सकता है , कम्प्यूटर में सूचनाएं कम स्थान घेरती हैं । अत : इसकी भंडारण क्षमता विशाल और असीमित है ।

 ( vi ) जल्द निर्णय लेने की क्षमता ( Quick decision ) - कम्प्यूटर परिस्थितियों का विश्लेषण कर पूर्व में दिये गये निर्देशों के आधार पर तीव्र निर्णय की क्षमता रखता है ।

 ( vii ) विविधता ( Versatility ) - कम्प्यूटर की सहायता से विभिन्न प्रकार के कार्य सम्पन्न किये जा सकते हैं , आधुनिक कम्प्यूटरों में अलग - अलग तरह के कार्य एक साथ करने की क्षमता है । 

( viii ) भंडारित सूचना को तीव्रगति से प्राप्त करना ( Fast retrieval ) कम्प्यूटर प्रयोग द्वारा कुछ ही सेकेण्ड में भंडारित सूचनाओं में से आवश्यक सूचना को ग्रा . किया जा सकता है , रैम ( Random Access Memory ) के प्रयोग से यह काम और भी सरल हो गया है । 

( ix ) स्फूर्ति ( Agility ) - कम्प्यूटर एक मशीन होने के कारण मानवीय दोषों से रहित है इसे थकान तथा बोरियत महसूस नहीं होती है और हर समान क्षमता से कार्य करता है ।

 ( x ) गोपनीयता ( Secrecy ) - पासवर्ड के प्रयोग द्वारा कम्प्यूटर के कार्य को गोणीय बनाया जा सकता है । पासवर्ड के प्रयोग से कम्प्यूटर में रखे डाग और कार्यक्रमों को केवल पासवर्ड जानने वाला व्यक्ति ही देख या बदल सकता है । 

( xi ) कार्य की एकरूपता ( Uniformity of wor : एक ही कार्य करने के बावजूद कम्प्यूटर के कार्य की गुणवत्ता ए भाव नहीं पड़ता है । 



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