आजकल प्रयुक्त होने वाले पीसी वास्तव में माइक्रो कम्प्यूटर हैं यह छोटे आकार का सामान्य कार्यों के लिए बनाया गया कम्प्यूटर है , इस पर एक बार में एक ही व्यक्ति कार्य करता है । इसका आपरेटिंग सिस्टम एक साथ एक कई कार्य करने की क्षमता वाला होता है ।
पर्सनल कम्यूटर मुख्य रूप में दो प्रकार के होते हैं । ( 1 ) डेस्क टाप पी 0 सी 0 - सिस्टम यूनिट एक वर्गाकार बाक्स के तरह होता है तथा मानिटर इसके ऊपर रखा जाता है । डेस्क टाप पी 0 सी 0 के बाजार में उपलब्ध माडल हैं |
IBM PC : - IBM PS / 2 , Apple II , IIe , IIc और Macintosh line , Tandy 1000 , 2000 , 3000 , 4000 , Compaq Deskpro 286 और 386 Pentium , Pentium PII , Pentium PIIl आदि|
( a ) टावर टाइप- इसमें सिस्टम यूनिट एक टावरनुमा बाक्स में होता है जो मानिटर के बगल में रखा जाता है , इसके अतिरिक्त भंडारण , उपकरणों को स्थापित करना आसान होता है ।
( 2 ) पोर्टेबल पी ० सी ० - इसके अन्तर्गत PCS आते हैं , जो सुविधापूर्वक तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाये जा सकते हैं ।
( i ) लैपटॉप पी ० सी ० - यह पी ० सी ० की तरह ही कार्य करता है परंतु आकार में छोटा और कहीं भी ले जाने योग्य होता है । CPU , Monitor , Keyboard , Mouse तथा अन्य ड्राइव भी इसमें संयुक्त होते हैं यह बैटरी से भी कार्य करता है अत : कहीं भी इसको ले जाकर इसका उपयोग किया जा सकता है । वाई - फाई और ब्लू - टूथ की सहायता से इंटरनेट का भी उपयोग किया जा सकता है ।
उदाहरण- IBM , Compaq Apple , Lenovo आदि कंपनियों के लैपटाप ।
( ii ) पामटाप - यह आकार में बहुत ही छोटा कम्प्यूटर है जिसे हथेली पर रखकर उपयोग किया जाता है इसमें इनपुट ध्वनि के रूप में भी किया जाता है इसे PDA भी कहा जाता है ।
( 3 ) PC ( Personal Computer ) — पीसी सबसे पहले 1970 के दशक में दिखाई दिया । 1970 में माइक्रो प्रोसेसर के विकास ने PC का विकास किया । सर्वप्रथम सबसे लोकप्रिय पीसी एप्पल -1 1977 में एप्पल कम्प्यूटर के द्वारा लाया गया । 1981 में IBM ने अपना पहला पीसी IBM पीसी के नाम से लाया । IBM पीसी उस समय का सर्वाधिक लोकप्रिय पीसी था । यह 8 Bite प्रोसेसर था जो IBM - PC के मापदण्ड को पूरा करता था । इस माइक्रोप्रोसेसर का आंतरिक कार्य अपने डाटा , मेमोरी एड्रेस तथा निर्देश बिन्दुओं को स्टोर यानी संग्रहीत करना है ।
( 4 ) PC - XT- इसमें 8088 नामक माइक्रोप्रोसेसर लगा हुआ था । इस प्रकार कम्प्यूटर की संचय क्षमता 640 KB थी तथा माइक्रोप्रोसेसर 8 बिट का था । इसमें फ्लापी ड्राइवों की संख्या 1 या 2 तक थी ।
( 5 ) PC - AT- इसमें कुछ अतिरिक्त गुण थे । जिनमें एक था प्रोग्राम प्रोसेसिंग की गति तेज होना । इसकी गति 8086 की अपेक्षा अधिक थी । इस प्रकार के कम्प्यूटर की संग्रह क्षमता 1 MB से 2 MB तक थी । इसमें फ्लापी ड्राइवों की संख्या 1 या 2 थी । इस प्रकार के कम्प्यूटरों में हार्ड डिस्क होती थी ।