कम्प्यूटर के भौतिक स्वरूप का वर्णन करते हुए इसके नये आवश्यक उपकरणों की व्याख्या कीजिये ?

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 कम्प्यूटर में इनपुट तथा आउटपुट दोनों उपकरण होते हैं । जिन यंत्रों के द्वारा डेटा इनपुट किया जाता है अर्थात् जिन यंत्रों से आंकड़ें शब्द या निर्देश मेमोरी में डाले जाते हैं दूसरे शब्दों में ये ऐसे यंत्र हैं जिनके द्वारा हम कम्प्यूटर को निर्देश देते हैं और कम्प्यूटर उन पर प्रोग्राम के अनुरूप कार्य करता है जैसे कि की - बोर्ड , माउस आदि ।
 कम्प्यूटर की आंतरिक संरचना के बारे में विस्तार से जानने और समझने के लिये इसके भौतिक रूप को समझाना होगा ।

 इसके कई भाग हैं । जब हमारी नजर पहली बार पीसी पर पड़ती है तो इसके निम्न भाग हमें दिखाई देते हैं 

( 1 ) मॉनीटर - यह एक आउटपुट डिवाइस है जो चित्र या प्रोसेस इनपुट के रिजल्ट को स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है । यह कम्प्यूटर तथा यूजर के बीच संबंध स्थापित करता है , मानिटर की गुणवत्ता की पहचान डॉट पिच , रिसाल्यूशन और रिफ्रेश रेट से किया जाता है । यह कम्प्यूटर का वह अनिवार्य भाग है जिसकी स्क्रीन या पटल पर यह दिखाई देता है । 
( 2 ) की - बोर्ड की बोर्ड किसी भी कम्प्यूटर की प्रमुख नपुट डिवाइस है । जिनके प्रयोग से कम्प्यूटर में टेक्स्ट तथा न्यूमैरिकल डेटा निवेश ( entry कर सकते हैं की बोर्ड में सारे अक्षर टाइपराइटर की तरह क्रम में होते हैं लेकिन इसमें टाइपराइटर से ज्यादा बटन होते 

( 3 ) सिस्टम यूनिट - सिस्टम यूनिट को सीपीयू भी कहते हैं । इसे कम्प्यूटर का हृदय या मस्तिष्क कहा जाता है । यह कंट्रोल यूनिट , अर्थमैटिक लाजिक यूनिट तथा प्राथमिक मेमोरी से मिलकर बना होता है । सभी प्रोसेसिंग कार्य सीपीयू में ही सम्पन्न किये जाते हैं । प्रोसेसिंग यूनिट को बोलचाल की भाषा में सी 0 पी 0 यू 0 भी कहते हैं । यह एक ऐसा डिब्बा होता है जिसमें कम्प्यूटर के विभिन्न भाग जुड़े होते हैं । इस कम्प्यूटर में मदर बोर्ड सी ० पी ० यू ० रैग , ए ० एम ० पी ० एस ० आदि होते हैं । इनपुट एवं आउटपुट युक्तियां इसके पीछे के भाग में जोड़ी जाती हैं ।

 ( 4 ) माउस - माउस एक डिवाइस है । इसमें लेफ्ट बटन , राइट बटन और बीच में एक स्क्रौल व्हील होता है , माउस के उपयोग करने से हमें की - बोर्ड के किसी बटन को याद रखने की आवश्यकता नहीं होती । बस माउस के प्वाइंटर को स्क्रीन पर किसी नियत स्थान पर क्लक करना होता है । माउस के नीचे एक रबर बाल होता है जो माउस को सतह पर हिलाने मदद करता है ।

 ( 5 ) प्रिंटर - प्रिन्टर एक मुख्य आउटपुट डिवाइस है , जिसके द्वारा साफ्ट कॉपी का प्रिन्टेड कॉपी या हार्ड कॉपी कागज पर प्राप्त होता है , इसका उपयोग स्थायी दस्तावेज तैयार करने के लिए होता है । नये आवश्यक उपकरण - आज कम्प्यूटर द्वारा नये और आवश्यक उपकरणों के उपयोग के द्वारा कई कार्यों को बड़ी सरलता से किया जा सकता है । जिनसे इसकी कार्य क्षमता में बढ़ोत्तरी हो रही है । 

नये आवश्यक उपकरण निम्नानुसार हैं । 
( 1 ) स्पीकर - यह एक आउटपुट उपकरण है , यह ध्वनि के रूप में आउटपुट देता है । इसका उपयोग प्राय : मनोरंजन के लिए होता है ।

 ( 2 ) सीडी , डीवीडी ड्राइव- -आज सीडी , डीवीडी के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र से लेकर सभी क्षेत्रों में इसका उपयोग किया जा सकता है । फ्लॉपी की जगह अब सीडी , डीवीडी ड्राइव का अधिक उपयोग हो रहा है । 

( 3 ) माइक - कम्प्यूटर में मल्टीमीडिया के विकास से आवाज को रिकार्ड करने के लिए माइक का प्रयोग इनपुट डिवाइस के रूप में रहा है । इंटरनेट से फोन करने में इसका प्रयोग सबसे ज्यादा किया जाता है यदि हम हैडफोन का प्रयोग करते हैं तो यह हैडफोन में लगा होता है , स्पीच रिकग्नीशन के लिये इसका कम्प्यूटर से जुड़ना अनिवार्य है । 

( 4 ) लैन कार्ड - यह कार्ड आज के प्रत्येक कम्प्यूटर में किसी न किसी रूप में लगा होता है , इसके द्वार । एक कम्प्यूटर को एक तार के जरिये दूसरे कम्प्यूटर से जोड़ सकते हैं । इसक अलावा इससे ब्राडबैंड इन्टरनेट का प्रयोग किया जाता है ।    

( 5 ) स्कैनर - यह वह उपकरण है जो इमेज को स्कैन कर बाइनरी कोड में बदलकर कम्प्यूटर में इनपुट करता है । 

( 6 ) यू पी एस- यह बैटरी से संचालित उपकरण है , जिसके द्वारा कम्प्यूटर अनवरत विद्युत आपूर्ति बनी रहती है कम्प्यूटर के अचानक बंद हो जाने से वर्तमान में ही कार्य नष्ट हो सकते हैं । परंतु यू पी एस के उपयोग से ऐसा होने से बचाया जाता है । 

( 7 ) डिजिटल कैमरा- यह एक सामान्य डिजिटल कैमरे की तरह होता है जिसे कम्प्यूटर से जोड़कर इनपुट डिवाइस की तरह प्रयोग किया जाता है इसमें उपस्थित फोटो डायोड प्रकाशीय सूचना को विद्युत तरंगों में बदलकर कम्प्यूटर को देते हैं ।

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